सोलर पार्क और अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट

अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट को अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क के नाम से भी जाना जाता है। यह नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की योजना है। यह योजनाबद्ध सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विकास की एकश्रृंखला है। प्रत्येक बिजली परियोजना की न्यूनतम क्षमता 500 मेगावाट होती है।

  • दिसंबर 2014 में भारत सरकार ने कम से कम 25 सौर पार्क और अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट स्थापित करने की योजना शुरू की, जिससे 20 गीगावॉट की सौर ऊर्जा क्षमता को जोड़ा गया। केंद्र सरकार इन सौर परियोजनाओं के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
  • फरवरी 2017 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने योजनाबद्ध सौर पार्कों की संख्या बढ़ाकर 50 कर दी, जिससे 40 गीगावॉट की कुल क्षमता का निर्माण होगा। अप्रैल 2017 तक 21 राज्यों में 34 सौर पार्क निर्माणाधीन हैं।
  • भारत सरकार की ओर से नोडल एजेंसी भारतीय सौर ऊर्जा निगम (SECI) है।

मुद्दे

  • देश के समक्ष गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य, कम आर्थिक विकास आदि समस्याएं है। ऐसे परिदृश्य में क्या हमें बड़े और महंगे सौर ऊर्जा संयंत्रों में निवेश करना चाहिए, जिसमें बड़ी मात्रा में निवेश की आवश्यकता होती है। सौर ऊर्जा संयत्रों की स्थापना के लिए समृद्ध परिवारों, वाणिज्यिक एवं औद्योगिक घरानों आदि को सब्सिडी प्रदान की जाती है।

सुझाव

  • सरकार को उन लाखों लोगों को बिजली प्रदान करने के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना चाहिए, जिन्होंने बिजली का बल्ब नहीं देखा है। इसके लिए, सरकार को छोटे पैमाने पर सौर संयंत्रों और मिनी ग्रिड में निवेश प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
  • ग्रिड-कनेक्टेड, वृहद् सौर ऊर्जा संयंत्रों के कार्यरत मॉडल के साथ सौर मिनी-ग्रिड को प्रोत्साहित करके सरकार इसे संभव बना सकती है।