स्वच्छता और स्वास्थ्य पर डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट

अक्टूबर, 2018 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने स्वच्छता और स्वास्थ्य पर पहला वैश्विक दिशा-निर्देश जारी किया। विश्व स्वस्थ्य संगठन के द्वारा ‘स्वच्छता तथा स्वास्थ्य’ पर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का मुख्य उद्देश्य सभी का स्वास्थ्य तथा कल्याण सुनिश्चित करना है।

विश्व स्वस्थ्य संगठन के दिशा-निर्देशों में स्वास्थ्य, सुरक्षा नीति, सरकारी प्रयास, स्वच्छता तकनीकों का क्रियान्वयन, व्यवहारिक बदलाव, जोखिम आधारित प्रबंधन तथा निगरानी दृष्टिकोण इत्यादि शामिल हैं।

इन दिशा-निर्देशों का पालन करके गंदे पानी तथा गंदगी के कारण होने वाले डायरिया से बचा जा सकता है तथा इससे होने वाली मृत्यु को कम किया जा सकता है।

यह दिशा-निर्देश स्वच्छता में पड़ने वाले व्यवधान की प्रभावशीलता में सुधार हेतु भावी शोध प्रयासों का मार्गदर्शन करने के लिए साक्ष्य-आधारित अंतराल की पहचान भी करते हैं।

WHO की सिफारिशें

  • स्वच्छता से जुड़ी मध्यवर्ती इकाइयों को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि समाज के सभी समुदायों की ऐसे शौचालयों तक पहुँच संभव हो सके, जहाँ मल-मूत्र आदि का सुरक्षित निपटान हो।
  • पूर्ण स्वच्छता प्रणाली के अंतर्गत स्थानीय स्वास्थ्य जोिखमों का आंकलन किया जाना चाहिए, ताकि व्यक्तियों और समुदायों को मल-मूत्र के संपर्क से बचाया जा सके। चाहे वह जोखिम असुरक्षित शौचालयों के कारण हो, मानव अपशिष्टों के अपर्याप्त उपचार या भंडारण के लीक होने के कारण हो।
  • स्वच्छता को नियमित रूप से स्थानीय सरकार की अगुआई वाली योजना के साथ एकीकृत किया जाना चाहिए, ताकि स्वच्छता को पुनः संयोजित करने और स्थायित्व सुनिश्चित करने से जुड़ी उच्च लागत पर रोक लगाई जा सके।
  • इसके अलावा स्वास्थ्य क्षेत्र को सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए स्वच्छता योजना में अधिक निवेश करना चाहिए और साथ ही समन्वयक की भूमिका भी निभानी चाहिए।