वर्ल्ड विजन रिपोर्ट

आंखों की बढ़ती समस्याओं को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 8 अक्टूबर, 2019 को वर्ल्ड विजन रिपोर्ट’ (World Vision Report) जारी की गयी।

उद्देश्यः आंखों की देखभाल तथा दृष्टि के कमजोर होने के संबंध में वैश्विक स्तर पर जागरुकता बढ़ाना।

  • रिपोर्ट के अनुसार विश्व स्तर पर लगभग 2-2 बिलियन लोग दृष्टि दोष या अंधेपन के शिकार हैं।
  • विशेष रूप से निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में मोतियाबिंद तथा ट्रेकोमैटस ट्राइकियासिस (trachomatous trichisais) की दरें महिलाओं में अधिक हैं।
  • रिपोर्ट में अंधेपन के नियंत्रण के लिए भारत के राष्ट्रीय कार्यक्रम (National Programme for Control of Blindness) की सराहना की गयी है। इस कार्यक्रम द्वारा 6.5 मिलियन लोगों की मोतियाबिंद सर्जरी की जा चुकी।

बढ़ते अंधेपन का कारणः पोषण संबंधित समस्या, प्रदूषित पर्यावरण, इलेक्ट्रोनिक उपकरणों अत्यधिक उपयोग।

विभिन्न प्रकार के नेत्र विकार

  • मायोपिया (Myopia): इसमें व्यक्ति अपने पास की वस्तुओं को स्पष्ट रूप से देख सकता है, लेकिन दूर की वस्तुएं धुंधली दिखायी देती हैं।
  • मोतियाबिंदः आंख के प्राकृतिक पारदर्शी लेंस का धुंधलापन हो जाना। यह अधिक आयु के लोगों में दृष्टि हानि का सबसे आम कारण है और दुनिया में आँख की दृष्टि खो देना अथवा दृष्टिविहीनता का प्रमुख कारण भी है। इसका एक प्रकार ग्लूकोमा (glaucoma) जो आँखों की तंत्रिका को नुकसान पहुंचाते हैं और दृष्टि हानि का कारण बनता है।
  • मधुमेह रेटिनोपैथीः मूल रूप से मधुमेह (diabetes) की बीमारी रेटिना (आंख के पीछे) के हल्के संवेदनशील ऊतकों में फैली रत्तफ़ वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाकर आंखों को प्रभावित करती है।
  • टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज वाले किसी भी व्यक्ति के आंख की स्थिति में विशेषकर यदि किसी व्यक्ति के ब्लड शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव के साथ लंबे समय तक मधुमेह की शिकायत रहती है।
  • प्रेसबायोपिया (diabetes): जब व्यक्ति धीरे-धीरे चीजों को स्पष्ट रूप से नजदीक से देखने की क्षमता खो देता है। सामान्यतः उम्र बढ़ने के साथ-साथ इस तरह की समस्या होती है।
  • ट्रैकोमैटस ट्राइकियासिस (Trachomatous Trichisais): यह बीमारी क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस (Chlamydia trachomatis) नामक जीवाणु के कारण होती है। इस संक्रमण के कारण आंख की सतह पर सूजन एवं निशान पड़ जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पलकें, पुतलियों को छूने लगती हैं।