पराग अग्रवाल ट्विटर के नए सीईओ

आईआईटी-बॉम्बे के पूर्व छात्र रहे ट्विटर के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी पराग अग्रवाल को 29 नवंबर, 2021 को माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने इस पद पर जैक डोर्सी का स्थान लिया है।

महत्वपूर्ण तथ्यः पराग 37 साल की उम्र में, ‘एसएंडपी 500 कंपनी’ का नेतृत्व करने वाले सबसे कम उम्र के सीईओ बन गए हैं।

  • अग्रवाल ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से कंप्यूटर विज्ञान में पीएच. डी. और 2005 में आईआईटी-बॉम्बे से कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है।
  • अग्रवाल 2011 से ट्विटर के साथ कार्यरत हैं और अक्टूबर 2017 से मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी (सीटीओ) के रूप में कार्यरत हैं। सीटीओ के रूप में, वह कंपनी की तकनीकी रणनीति और कंपनी में मशीन लर्निंग और एआई (कृत्रिम बुद्धिमता) की देखरेख के लिए जिम्मेदार थे।
  • दिसंबर 2019 से, अग्रवाल ट्विटर पर अपमानजनक और भ्रामक जानकारी से निपटने के लिए ओपन सोर्स आर्किटेक्ट्स, इंजीनियरों और डिजाइनरों की एक स्वतंत्र टीम ‘प्रोजेक्ट ब्लूस्काई’ (Project Bluesky) पर भी काम कर रहे हैं।

जीके फ़ैक्ट

  • जैक डोरसी ने 2006 में तिट्विटर की सह-स्थापना की थी।

इन्हें भी जानें

अल सल्वाडोर ने बनाई पहले ‘बिटकॉइन सिटी’ की योजना

बिटकॉइन को कानूनी रूप में मान्यता देने वाले एकमात्र देश, अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने 20 नवंबर, 2021 को सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के आधार पर एक पूरे शहर के निर्माण की योजना की घोषणा की।

  • अल सल्वाडोर की ‘बिटकॉइन सिटी’ को 1 बिलियन डॉलर के बिटकॉइन बॉन्ड जारी कर वित्त पोषित किया जाएगा। यह शहर फोन्सेका की खाड़ी (Gulf of Fonseca) के किनारे एक ज्वालामुखी के पास स्थित होगा। बिटकॉइन शहर, एक सर्कल (एक सिक्के की तरह) आकार का होगा तथा शहर के केंद्र में एक चौक होगा जो एक विशाल बिटकॉइन प्रतीक की तरह होगा। शहर को क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग (cryptocurrency mining) हेतु देश की भू-तापीय ऊर्जा का लाभ लेने के लिए कोंचागुआ ज्वालामुखी (Conchagua volcano) के पास बनाया जा रहा है। क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग ब्लॉकचेन नेटवर्क में क्रिप्टो कॉइन को सत्यापित करने और जोड़ने के लिए दिन-रात जटिल गणितीय गणनाओं को हल करने की एक ऊर्जा खपत वाली प्रक्रिया है। सितंबर 2021 में अल सल्वाडोर बिटकॉइन को वैध मुद्रा (legal tender) के रूप में अपनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया।

अंतरराष्ट्रीय संबंध