राष्ट्रीय मातृ स्वास्थ्य कार्यशाला
14 दिसंबर, 2022 को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार द्वारा नई दिल्ली में ‘राष्ट्रीय मातृ स्वास्थ्य कार्यशाला’ का उद्घाटन किया गया।
थीमः "शून्य रोकथाम योग्य मातृ मृत्यु दर के लिए प्रयास।"
महत्वपूर्ण तथ्य-
- वर्ष 2014 से 2016 के दौरान 130 प्रति लाख जीवित जन्म के मुकाबले वर्ष 2018 से 2020 में 97प्रति लाख जीवित जन्म में महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई है।
- इस दौरान, डॉ. पवार ने लेबर रूम के लिए मिडवाइफरी-लेड केयर यूनिट्स (MLCUs) ब्रोशर और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल पोस्टर का भी अनावरण किया।
- इस आयोजन में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) के लिए मातृ स्वास्थ्य मार्गदर्शन पुस्तिका और सुमन कम्युनिटी लिंकेज ब्रोशर भी पेश किया गया।
- ‘प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान’ के कार्यान्वयन के लिए डॉक्टर इस अभियान के लिए प्रतिमाह एक दिन की सेवा का वचन देते हैं।
- सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस कार्यक्रम के तहत 3.6 करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं को पूर्व सुविधा प्राप्त हुई है।
- मातृ स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रयासों और उपलब्धियों के लिए राज्यों को पुरस्कार दिए गए,b जिनमें एमएमआर को कम करने के लिए गहन प्रयास हेतु पहला स्थान केरल; जबकि दूसरा महाराष्ट्र का स्थान है।
- बड़े राज्यों में संस्थागत प्रसव में वृद्धि में पहला स्थान पश्चिम बंगाल; जबकिदूसरा स्थान उत्तर प्रदेश का है।
कल्याणकारी योजनाएं
- 1 वनलाइनर समसामयिकी
- 2 गृह प्रवेश कार्यक्रम की शुरुआत
- 3 स्वदेश दर्शन 2.0 योजना
- 4 ‘लैब फ़ॉर यंग एंटरप्रेन्योर्स’ का 5वां संस्करण लॉन्च
- 5 टीबी नियंत्रण कार्यक्रम
- 6 प्रधानमंत्री विरासत का संवर्द्धन (पीएम विकास) योजना
- 7 गलत सूचना विरोधी परियोजना
- 8 बागवानी क्लस्टर विकास कार्यक्रम
- 9 ‘नमामि गंगे’ दुनिया की शीर्ष 10 प्रमुख पहलों में शामिल
- 10 दिशा योजना