एनबीएफसी के लिए अक्टूबर 2022 से प्रभावी होगा पीसीए फ्रेमवर्क

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने संकटग्रस्त गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए एक त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए फ्रेमवर्क (Prompt Corrective Action) फ्रेमवर्क तैयार करने का निर्णय लिया है।

  • अभी तक आरबीआई ने केवल बैंकों के लिए ही पीसीए फ्रेमवर्क लागू किया था।
  • यह कदम आईएलएंडएफएस, डीएचएफएल, एसआरईआई समूह और रिलायंस कैपिटल जैसी बड़ी एनबीएफसी के पिछले कुछ वर्षों में वित्तीय संकट से गुजरने के कारण उठाया गया है।
  • एनबीएफसी के लिए पीसीए फ्रेमवर्क 31 मार्च, 2022 को या उसके बाद उनकी वित्तीय स्थिति के आधार पर 1 अक्टूबर, 2022 से लागू होगा। एनबीएफसी के लिए पीसीए फ्रेमवर्क की तीन साल बाद समीक्षा की जाएगी।
  • पीसीए फ्रेमवर्क सरकारी कंपनियों को छोड़कर सभी जमा स्वीकार करने वाली एनबीएफसी और मध्यम, ऊपरी और शीर्ष लेयर में शामिल सभी जमा न लेने वाली एनबीएफसी पर लागू होगा।
  • केंद्रीय बैंक तीन संकेतकों को ट्रैक करेगा- पूंजी से जोखिम-भारित परिसंपत्ति अनुपात (CRAR), टीयर प् अनुपात और शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनएनपीए), जिनमें गैर-निष्पादित निवेश शामिल हैं।

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