ज्ञानपीठ पुरस्‍कार से सम्‍मानित नीलामणि फूकन का गुवाहटी में निधन

असमी भाषा के जाने-माने कवि और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित नीलामणि फूकन का गुवाहटी में निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे।

नीलामणि फूकन के बारे में: भारत सरकार ने 1990 मेंफूकन को पप्रश्री से सम्मानित एवं वर्ष 2021 का ज्ञानपीठ पुरस्कार भी प्रदान किया गया था।

  • उनकी प्रमुख रचनाओं में ‘जुरिया हेनू नामी आहे ई नोडिएडी’, ‘कबिता’ और ‘गुलापी जामूर लागना’ शामिल हैं।
  • उन्हें 1981 में कविता संग्रह ‘कबिता’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार भी दिया गया था।

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