झारखंड विधानसभा ने चालू वित्त वर्ष अनुपूरक बजट पारित किया

हाल ही में झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने चालू वित्तीय वर्ष के लिये 89 करोड़ रुपए का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया।

मुख्य बिन्दु

  • विधानसभा के शीतकालीन सत्र में वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया।
  • चालू वित्तीय वर्ष के द्वितीय अनुपूरक बजट में राजस्व खर्च के लिये 14 करोड़ रुपए और पूंजीगत खर्च के लिये 3,862.74 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
  • सरकार ने द्वितीय अनुपूरक में सबसे ज्यादा राशि (15 करोड़ रुपए) का प्रावधान ऊर्जा विभाग के लिये किया है। यह प्रावधान ग्रामीण विद्युतीकरण योजना सहित बिजली की स्थिति में सुधार से जुड़ी योजनाओं के लिये किया गया है।
  • आपदा प्रबंधन के लिये 2,000 करोड़ रुपए और समाज कल्याण विभाग में सामाजिक सुरक्षा मद में 1,158.85 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
  • अनुपूरक बजट की कुल राशि में 71 करोड़ रुपए का प्रावधान चार्ज्ड एक्सपेंडीचर के रूप में किया गया है। चार्ज्ड एक्सपेंडीचर के रूप में हाइकोर्ट, राज्यपाल, जेपीएससी के लिये राशि का प्रावधान किया जाता है।

GK फ़ैक्ट

  • संसद द्वारा प्राधिकृत धनराशि की सीमा से अधिक कोई व्यय संसद की स्वीकृति के बिना नहीं किया जा सकता। जब भी अतिरिक्त व्यय करने की आवश्यकता होती है, संसद के पटल पर एक अनुपूरक अनुमान रखा जाता है।
  • यदि एक वित्तीय वर्ष के दौरान किसी सेवा पर उस सेवा के लिए और उस वर्ष हेतु स्वीकृत धनराशि से अधिक धनराशि खर्च की गई है, तो वित्त/रेल मंत्री अतिरिक्त अनुदानों की मांगें प्रस्तुत करते हैं।
  • अनुपूरक/अतिरिक्त अनुदानों के संबंध में संसद में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया लगभग वही है, जो सामान्य बजट में शामिल किए गए अनुमानों के मामले में अपनाई जाती है।

राज्य परिदृश्य