चर्चित खेल व्यक्तित्व

स्मृति मंधाना

1 अक्टूबर, 2021 को भारत की स्मृति मंधाना ऑस्ट्रेलिया धरती में टेस्ट शतक बनाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गईं हैं।

  • यह उपलब्धि उन्होंने क्वींसलैंड में कैरारा ओवल में एकमात्र डे-नाइट (गुलाबी गेंद) टेस्ट में हासिल की।
  • उन्होंने इस मैच की पहली पारी में 127 रन और दूसरी पारी में 31 रन बनाए। वे इस मैच में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ भी रही।
  • वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट शतक बनाने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी भी हैं। उनसे पहले 1984 में संध्या अग्रवाल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुंबई में टेस्ट शतक (134 रन) लगाया था।

एमी हंटर

11 अक्टूबर, 2021 को आयरलैंड की एमी हंटर अपने 16वें जन्मदिन के अवसर पर जिम्बाब्वे के खिलाफ जीत में नाबाद 121 रन बनाकर एकदिवसीय (वनडे) क्रिकेट में शतक बनाने वाली सबसे युवा बल्लेबाज बन गईं हैं।

  • बेलफास्ट की स्कूली छात्र एमी ने भारत की मिताली राज के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने जून 1999 में 16 साल और 205 दिन की उम्र में आयरलैंड के खिलाफ नाबाद 114 रन बनाए थे।
  • एमी आयरलैंड के लिए एकदिवसीय मैचों में शतक लगाने वाली चौथी और वर्ष 2000 के बाद पहली महिला क्रिकेटर हैं।
  • एकदिवसीय मैचों में शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के पुरुष बल्लेबाज पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी हैं, जिन्होंने 1996 में श्रीलंका के खिलाफ 16 साल और 217 दिन की उम्र में 102 रन बनाए थे।

बंडुला वर्णपुरा

श्रीलंका के पहले टेस्ट क्रिकेट कप्तान बंडुला वर्णपुरा का 18 अक्टूबर, 2021 को निधन हो गया। वे 68 वर्ष के थे।

  • उन्होंने न केवल फरवरी 1982 में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में श्रीलंकाई टीम का नेतृत्व किया, उन्होंने पहली गेंद का भी सामना किया और श्रीलंका के लिए पहला रन भी बनाया।
  • उन्होंने एक ही मैच में ओपनिंग बल्लेबाजी और ओपनिंग गेंदबाजी (दूसरी पारी) का दुर्लभ रिकॉर्ड भी बनाया।
  • वर्णपुरा ने 1975 से 1982 के बीच चार टेस्ट और 12 एकदिवसीय मैचों में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया था।

अवि बरोट

सौराष्ट्र के बल्लेबाज अवि बरोट का 15 अक्टूबर, 2021 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वे 29 वर्ष के थे।

  • वह भारत के पूर्व अंडर-19 कप्तान और 2019-20 सीजन में रणजी ट्रॉफी विजेता सौराष्ट्र टीम के सदस्य थे।
  • बरोट ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में हरियाणा और गुजरात का भी प्रतिनिधित्व किया था।
  • विकेटकीपर-बल्लेबाज बरोट ने 38 प्रथम श्रेणी मैच, 38 लिस्ट ए मैच और 20 घरेलू टी-20 मैच खेले थे।

क्रिस्टियानो रोनाल्डो

12 अक्टूबर, 2021 को पुर्तगाल के स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो अंतरराष्ट्रीय मैच में सबसे अधिक बार हैट्रिक गोल करने वाले फुटबॉलर बन गए हैं। रोनाल्डो ने अंतरराष्ट्रीय मैच में 10वीं बार हैट्रिक लगाई है।

  • उन्होंने यह उपलब्धि फीफा विश्व कप क्वालिफायर्स में लक्जमबर्ग के खिलाफ 5-0 की जीत में हासिल की।
  • रोनाल्डो ने स्वीडन के स्वेन रिडेल (1923-1932) के 9 हैट्रिक गोल करने के रिकॉर्ड को तोड़ा है।
  • इसके अलावा लक्जमबर्ग के खिलाफ तीन गोल से रोनाल्डो के नाम अब 182 अंतरराष्ट्रीय मैच में 115 गोल हो गए हैं। वह अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में वर्तमान में सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी हैं।

जेम्स पैटिनसन

ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जेम्स पैटिनसन ने 20 अक्टूबर, 2021 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।

  • 21 टेस्ट और 15 एकदिवसीय मैच खेल चुके 31 वर्षीय पैटिनसन हालांकि घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे।
  • उन्होंने दिसंबर 2011 में ब्रिस्बेन में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद अपने करियर में 81 टेस्ट विकेट लिए। उन्होंने 15 एकदिवसीय और चार टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले।

रूपिंदर पाल सिंह और बीरेंद्र लाकड़ा

टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम के ऐतिहासिक कांस्य पदक विजेता अभियान में प्रमुख भूमिका निभाने वाले ड्रैग-फ्रिलकर रूपिंदर पाल सिंह और डिफेंडर बीरेंद्र लाकड़ा ने 30 सितंबर, 2021 को अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास की घोषणा की।

  • देश के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग-फ्रिलकर में से एक 30 वर्षीय रूपिंदर ने 223 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
  • रूपिंदर ने टोक्यो ओलम्पिक में जर्मनी के खिलाफ तीसरे स्थान के मैच में पेनल्टी स्ट्रोक सहित चार महत्वपूर्ण गोल किए।
  • 31 वर्षीय लाकड़ा टोक्यो में भारत की कांस्य पदक विजेता टीम के उप-कप्तानों में से एक थे।
  • लाकड़ा 2014 की इंचियोन एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टीम और 2018 जकार्ता में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे। लाकड़ा ने भारत के लिए 201 मैच खेले।

सरनजीत सिंह

पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी सरनजीत सिंह का 14 अक्टूबर, 2021 को निधन हो गया। वे 59 वर्ष के थे।

  • भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व हॉकी खिलाड़ी सरनजीत, जो स्थानीय लीग में कोरोनेशन क्लब के लिए खेले, ने 70 और 80 के दशक के अंत में कई वर्षों तक हैदराबाद जूनियर्स और सीनियर्स टीम का प्रतिनिधित्व किया। वे 1983 में जर्मनी का दौरा करने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे।