स्वामी दयानंद सरस्वती का जयंती समारोह
12 फरवरी, 2024 को भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने गुजरात के मोरबी के टंकारू में आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती समारोह को संबोधित किया। इन्होंने स्वामी दयानंद सरस्वती के धार्मिक एवं सामाजिक योगदान पर प्रकाश डाला।
जीवन परिचय
- स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म 12 फरवरी, 1824 को गुजरात के राजकोट जिले के टंकारा (Tankara) में हुआ था।
- इनके बचपन का नाम मूल शंकर (Mool Shankar) था। इन्हें दयानंद सरस्वती नाम स्वामी पूर्णानंद सरस्वती द्वारा दिया गया।
- वे वैदिक विद्या और संस्कृत भाषा के प्रखर विद्वान थे। महर्षि दयानंद ने कर्म (Karma) और पुनर्जन्म (Reincarnation) के ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 माता कर्मा की 1009वीं जयंती पर डाक टिकट जारी
- 2 लाला हरदयाल: क्रांतिकारी विचारक और स्वतंत्रता सेनानी
- 3 भारत की 6 संपत्तियां यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल
- 4 पेप्सू मुजारा आंदोलन
- 5 कम्ब रामायण संरक्षण एवं संवर्धन पहल
- 6 सूफ़ी संगीत महोत्सव : जहान-ए-ख़ुसरो
- 7 सोमनाथ मंदिर: आस्था एवं पुनर्जागरण का प्रतीक
- 8 श्री लंकामल्लेश्वर अभयारण्य में प्राचीन शिलालेख एवं शैलचित्रों की खोज
- 9 ढोकरा शिल्पकला
- 10 विजय दुर्ग