भारत में चीता के जीवित रहने की संभावनाएँ
हाल ही में, मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान के वन्यजीव अधिकारियों द्वारा सात चीता शावकों के जन्म की जानकारी दी गई है। नामीबिया से लायी गई ‘ज्वाला’ नामक मादा चीता से चार और आशा नामक मादा चीता से तीन शावक पैदा हुए हैं।
- ध्यान रहे कि पिछले वर्ष 2023 में अफ्रीका से लाए गए सात वयस्क चीतों और तीन शावकों की मृत्यु हो गई थी। इनके जन्म से यह उम्मीद जगी है कि ये चीते भारतीय परिस्थितियों के अनुकूल हो सकते हैं। इन सात शावकों को ‘प्रोजेक्ट चीता’ (Project Cheetah) का भविष्य माना जा रहा है।
- प्रोजेक्ट चीता, ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 पीएम सूर्य घर योजना की ऐतिहासिक उपलब्धि
- 2 आर्द्रभूमि के विवेकपूर्ण उपयोग हेतु रामसर पुरस्कार 2025
- 3 कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान
- 4 जॉर्ज VI आइस शेल्फ के नीचे एक समृद्ध पारिस्थितिक तंत्र की खोज
- 5 समुद्री घास संरक्षण: पृथ्वी की जैव विविधता का आधार
- 6 मध्य प्रदेश में घड़ियालों का संरक्षण
- 7 भारत का 58वां टाइगर रिजर्व
- 8 आईसलैंड का पहला 'मृत घोषित' ग्लेशियर: ओक्जोकुल
- 9 अंटार्कटिका के नीचे के भूदृश्य का नया मानचित्र: बेडमैप3
- 10 कश्मीर हिमालय में पर्माफ्रॉस्ट पिघल रहा है