पर्यावरण संरक्षण की तुलना में आर्थिक विकास को अधिक प्राथमिकता देने से उत्पन्न होने वाली नैतिक दुविधाओं पर चर्चा कीजिए।

उत्तरः सामाजिक-आर्थिक प्रगति के लिए आर्थिक विकास आवश्यक है, किंतु यह अकसर पर्यावरण की कीमत पर होता है। आर्थिक विकास के पर्यावरणीय परिणामों की उपेक्षा करने से पर्यावरण तथा भावी पीढ़ियों पर इसके दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।

  • केवल आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित करने से प्रायः प्राकृतिक संसाधनों का दोहन, प्रदूषण, वनों की कटाई के साथ जीवों के निवास स्थान का विनाश होता है।
  • पर्यावरण पर दीर्घकालिक प्रभाव पर विचार किये बिना आर्थिक विकास को प्राथमिकता देने से वर्तमान और भावी पीढ़ियों के बीच संसाधनों के अनुचित वितरण को बढ़ावा मिलता है।
  • पर्यावरणीय क्षरण से हाशिये पर रहने वाली ....
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