‘समुद्र तट पर मैंग्रोव, चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान जीवन एवं संपत्ति की सुरक्षा करते हैं तथा एक जैव विविधता हॉटस्पॉट हैं।’ इस संदर्भ में तटीय पारिस्थितिक तंत्र में मैंग्रोव के महत्व की व्याख्या कीजिए तथा उनके ह्रास के कारणों का परीक्षण कीजिए।

उत्तरः मैंग्रोव विश्व के उष्ण कटिबंधीय तथा उपोष्ण कटिबंधीय अंतः ज्वारीय क्षेत्रों के लवण-प्रतिरोधी पौधे हैं तथा जिन विशिष्ट क्षेत्रों में ये पौधे उपस्थिति होते हैं, उन्हें ‘मैंग्रोव पारिस्थितिक तंत्र’ कहा जाता है।

तटीय पारिस्थितिक तंत्र में मैंग्रोव का निम्नलिखित महत्व हैः

  • मैंग्रोव के वन में झींगा, केकड़ा और मछलियों की कई प्रजातियों के लिए उत्पादक आवास हैं।
  • मैंग्रोव जलवायु न्यूनीकरण के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो स्थलीय वनों की तुलना में चार गुना अधिक कार्बन का पृथक्करण करते हैं।
  • मैंग्रोव दुनिया भर के तटीय समुदायों को अमूल्य लाभ प्रदान करते हैं तथा जलवायु परिवर्तन संकट की स्थिति में, वे और अधिक महत्वपूर्ण ....

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