भारत का गैर-धारणीय शहरीकरण चुनौतियां तथा अनिवार्यताएं - डॉ. अमरजीत भार्गव
शहरी क्षेत्र आर्थिक विकास के इंजन हैं, जिन्हें धारणीय रूप से विकसित किये जाने की आवश्यकता है। धारणीय शहरीकरण (Sustainable Urbanisation) के मार्ग में आने वाली चुनौतियों को संबोधित करने के लिए नीतियों के निर्माण, कार्यान्वयन, निगरानी तथा मूल्यांकन को प्रभावी बनाया जाना चाहिए। बहु-स्तरीय समन्वय, सहयोग तथा जन-भागीदारी के माध्यम से न केवल शहरी प्रशासन को सशक्त किया जा सकता है बल्कि धारणीय शहरीकरण की अवधारणा को वास्तव में मूर्त रूप दिया जा सकता है।
विश्व बैंक के अनुसार वर्ष 2036 तक भारत की कुल आबादी के लगभग 40% लोग शहरी क्षेत्र में निवास करेंगे तथा भारत के शहरी क्षेत्र ....
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