पांड्य कालीन मंदिर और शिलालेख

हाल ही में मेलुर तालुक के उदमपट्टी गांव में पांड्य काल के बाद के 800 साल पुराने शिव मंदिर और 2 शिलालेखों का का पता चला है।

  • हालांकि अब इस शिव मंदिर की केवल नींव बची हुई है।
  • तमिलनाडु राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा 1974-75 में प्रकाशित दस्तावेजों में इस क्षेत्र में प्राचीन मंदिरों के अस्तित्व का वर्णन किया गया था, लेकिन उनमें से अधिकांश खंडहर हो चुके हैं और कुछ लगभग विलुप्त हो चुके हैं।
  • इस मंदिर की आधारशिला पर उत्कीर्णन और संदर्भ के रूप में शिल्प शास्त्र की मदद से, इस मंदिर को भगवान शिव को समर्पित पाया गया है।
  • इसी मंदिर के ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री