ट्रांसपोज़ॉन-एसोसिएटेड प्रोटीन आधारित CRISPR-Cas तकनीक

हाल ही में ICAR के वैज्ञानिकों ने पौधों के DNA को सटीक रूप से काटने और संशोधित करने के लिए उपयोग होने वाली CRISPR-Cas तकनीक का एक स्वदेशी विकल्प विकसित किया है, जो ट्रांसपोज़ॉन-एसोसिएटेड प्रोटीन (TnpB) आधारित है।

  • भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) को इस नई जीनोम-संपादित (GE) तकनीक का 15 सितंबर, 2025 को 20-वर्षों के लिए पेटेंट प्राप्त हुआ था।

TnpB प्रोटीन क्यों खास है?

  • ये प्रोटीन, ठीक CRISPR-Cas9 और Cas12a की तरह, आणविक कैंची” (Molecular Scissors) के रूप में कार्य करते हैं और जीन के तय हिस्से को काटकर उसकी संरचना बदल सकते हैं, जिससे वांछित गुण प्राप्त किए ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी