विजयनगर कालीन की स्वर्ण-मुद्राएँ

हाल ही में तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिले में जवाडु हिल्स पर स्थित जमुनामराथूर गाँव से लगभग 10 किमी दूर कोविलूर बस्ती में उत्तर-चोल काल में निर्मित प्राचीन शिव मंदिर के गर्भगृह में उत्खनन के दौरान विजयनगर काल की 103 स्वर्ण-मुद्राएँ प्राप्त हुई हैं।

  • ये सोने की मुद्राएँ लगभग 5 मिलीमीटर आकार की हैं, जो लगभग 600 वर्ष पुरानी, अर्थात् विजयनगर साम्राज्य के काल की हैं।
  • इन मुद्राओं पर वराह की आकृति अंकित है, जो विजयनगर शासकों द्वारा अपनी मुहरों और शिल्पाकृतियों में प्रयुक्त एक विशिष्ट प्रतीक चिह्न था।
  • उस समय स्वर्ण-मुद्राओं का मंदिरों में अर्पण उस समय आम प्रथा थी, विशेषकर तब जब ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

इतिहास व कला एवं संस्कृति