भारत का राजकोषीय घाटा GDP का 4.8%

  • 30 मई, 2025 को महालेखा नियंत्रक (CGA) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2025 में भारत का राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 4.8% रहा, जो संशोधित अनुमान के अनुरूप है।
  • केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा ₹15.77 लाख करोड़ रहा, जो संशोधित वार्षिक लक्ष्य का 100.5% है, जबकि पिछले वर्ष यह 95.4% था।
  • राजकोषीय घाटा तब होता है जब सरकार के कुल व्यय उसकी आय से अधिक हो, जिसमें उधार शामिल नहीं होता। यह किसी देश की वित्तीय स्थिति का महत्वपूर्ण सूचक ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

आर्थिक परिदृश्य