प्रवासी श्रमिकों हेतु राशन कार्ड: सुप्रीम कोर्ट का निर्देश
19 मार्च, 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को अगले 2 महीनों के भीतर असंगठित क्षेत्र के उन 8 करोड़ श्रमिकों को राशन कार्ड देने का निर्देश दिया, जिनके पास केंद्र के ई-श्रम पोर्टल के तहत पंजीकृत होने के बावजूद ये राशन कार्ड नहीं हैं।
- यह निर्देश पिछले अदालती आदेशों के अनुपालन में केंद्र और राज्यों की विफलता को संबोधित करता है। इसका उद्देश्य सुभेद्य आबादी के लिए खाध सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
- पीठ ने कहा कि ई-श्रम पंजीकरणकर्ताओं का ‘राष्ट्रीय खाध सुरक्षा अधिनियम (NFSA) लाभार्थियों’ के साथ मिलान पूरा हो चुका है; तथा इससे यह ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 सर्वोच्च न्यायालय ने अधिकरणों को मजबूत करने पर बल दिया
- 2 CAG की नियुक्ति के संबंध में केंद्र सरकार को नोटिस
- 3 महाराष्ट्र में दया याचिकाओं हेतु समर्पित एक सेल की स्थापना
- 4 CDS द्वारा व्यापक काउंटर-UAS सिस्टम की आवश्यकता पर जोर
- 5 मणिपुर, अरुणाचल तथा नगालैंड में अफस्पा की अवधि में वृद्धि
- 6 नागरिकों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता: असहमति के अधिकार का सम्मान
- 7 दिल्ली HC के न्यायाधीश के आचरण की जांच हेतु 3 सदस्यीय समिति
- 8 एमिनेंट डोमेन का सिद्धांत
- 9 सरकार का कर्मचारियों हेतु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर निर्देश
- 10 भारत के राज्य प्रतीक के दुरुपयोग को रोकने का निर्देश

- 1 रिश्वतखोरी, विधायी विशेषाधिकारों द्वारा संरक्षित नहीं
- 2 पीआईबी के तहत तथ्य-जांच इकाई पर रोक
- 3 निर्वाचन आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता की घोषणा
- 4 44 प्रतिशत लोक सभा सांसदों पर आपराधिाक आरोप: ADR
- 5 ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ पर समिति की रिपोर्ट
- 6 अरुणाचल और नगालैंड में AFSPA का विस्तार
- 7 डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफ़ॉर्म एवं चक्षु सुविधा
- 8 राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव, 2024