अन्तरिक्ष

भारत ने 2018 में अंतरिक्ष कार्यक्रम पर लगभग 1.5 बिलियन अमेरिकी डालर खर्च किए है। तथापि, भारत सरकार का अंतरिक्ष खर्च अभी भी अंतरिक्ष क्षेत्र के प्रमुख देश संयुक्त राज्य अमेरिका तथा चीन से पीछे है, जिसने 2018 में अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की अपेक्षा लगभग 13 गुणा तथा सात गुणा अधिक खर्च किया।

  • 2017 की एक असफलता को छोड़कर, भारत ने बिना असफल हुए हाल ही के वर्षों में प्रतिवर्ष लगभग 5-7 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया है। दूसरी तरफ, रूस, यू.एस.ए. और चीन का वर्ष 2018 में क्रमशः 20, 31 और 39 उपग्रहों के साथ उपग्रह प्रक्षेपण सेवाओं में प्रमुख स्थान बना हुआ है।
  • अंतरिक्ष कार्यक्रम में शामिल प्रमुख क्षेत्रों में प्रथम क्षेत्र उपग्रह संचार है। इनसैट/जीसैट तंत्र दूरसंचार प्रसारण व उपग्रह आधारित ब्रॉडबैंड अवसंरचना की रीढ़ हैं।इसरो और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) की संयुक्त परियोजना गगन ने नागर विमानन के संबंध में सटीकता और समग्रता में सुधार तथा भारतीय वायुसीमा में बेहतर वायु यातायात प्रबंधन हेतु इस क्षेत्र में जीपीएस कवरेज को संवर्धित किया है।