लाल पांडा वृद्धि कार्यक्रम

जुलाई 2022 में दार्जिलिंग में पप्रजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क (Padmaja Naidu Himalayan Zoological Park) ने लाल पांडा की आबादी बढ़ाने के लिए एक महत्वाकांक्षी ‘लाल पांडा वृद्धि कार्यक्रम’ शुरू किया है।

महत्वपूर्ण तथ्यः प्रजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क द्वारा लुप्तप्राय लाल पांडा के संवर्द्धन के लिए देश में किया गया पहला प्रयास है।

  • देश में जंगलों में रहने वाले लाल पांडा की संख्या में कमी हो रही है।
  • पप्रजा नायडू जूलॉजिकल पार्क, समुद्र तल से लगभग 2,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। जो देश के सबसे ऊंचाई पर स्थित चिड़ियाघरों में से एक है।

GK फ़ैक्ट

  • संकटग्रस्त प्रजातियों की प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (IUCN) लाल सूची के अनुसार लाल पांडा को एक लुप्तप्राय प्रजाति (Endangered species) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
  • लाल पांडा ऐलुरुस (Ailurus) वंश का एकमात्र जीवित सदस्य है।
  • लाल पांडा को भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम,1972 की अनुसूची-I के तहत कानूनी संरक्षण प्राप्त है।