चीता स्थानांतरण समझौता
20 जुलाई, 2022 को भारत और नामीबिया ने 1952 में भारत देश में विलुप्त घोषित किए गए चीतों को भारत वापस लाने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding) पर हस्ताक्षर किए है।
महत्वपूर्ण तथ्यः इस समझौते के अनुसार 4 नर और 4 मादा चीतों का पहला जत्था अगस्त, 2022 में नामीबिया से भारत लाया जाएगा।
- इन चीतों को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कुनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान (Kuno-Palpur National Park) में लाया जाएगा।
- इस समझौते के अनुसार दोनों देश अपनी सीमाओं में चीता संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए विशेषज्ञता और क्षमताओं का आदान-प्रदान करेंगे।
- चीता एकमात्र बड़ा मांसाहारी है, जो भारत से पूरी तरह से विलुप्त हो गया है, जिसका मुख्य कारण इसका अधिक शिकार और निवास स्थान की हानि है। भारत में आिखरी चीते की मृत्यु 1948 में छत्तीसगढ़ के केरिया जिले के साल जंगलों में हुई थी।
GK फ़ैक्ट
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पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 वन लाइनर समसामयिकी
- 2 लाल पांडा वृद्धि कार्यक्रम
- 3 सकुराजिमा ज्वालामुखी
- 4 काले हिरण का सर्वेक्षण
- 5 पर्यावरण स्थिति पर रिपोर्ट-2022
- 6 इंटरगवर्नमेंटल साइंस-पॉलिसी रिपोर्ट
- 7 कैलिफ़ोर्निया की मारिपोसा काउंटी में आपातकाल की घोषणा
- 8 चेनकुरिंजी
- 9 नवीन प्रजातियों का समावेशन
- 10 हरियाली महोत्सव
- 11 5 नए रामसर स्थल