पर्यावरण स्थिति पर रिपोर्ट-2022

हाल ही में जारी की गई ‘पर्यावरण स्थिति पर रिपोर्ट-2022’ (State of Environment Report 2022) के अनुसार भारत की 75% नदियाँ गंभीर रूप से भारी धातु प्रदूषण (Heavy metal pollution) का सामना कर रही हैं।

महत्वपूर्ण तथ्यः यह रिपोर्ट पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वाले एनजीओ (Non-Government Organization)- सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (Center for Science and Environment-CSE) द्वारा प्रकाशित की गई है।

  • भारत की नदियों में लगाए गए प्रत्येक चार निगरानी स्टेशनों में से तीन स्टेशनों पर सीसा, लोहा, निकल, कैडमियम, आर्सेनिक, क्रोमियम और तांबे जैसी भारी जहरीली धातुओं (Toxic metals) के खतरनाक स्तर को दर्ज किया गया है।
  • रिपोर्ट के अनुसार 1990 तथा 2018 के मध्य भारत की तट रेखा में व्यापक स्तर पर क्षरण की समस्या देखी गई। सर्वाधिक तटीय अपरदन बंगाल में दर्ज किया गया जहां 60% से अधिक तटरेखा कटाव की समस्या से प्रभावित है।
  • 2017 एवं 2021 के बीच भारत के कुल वन क्षेत्र में 0.5% से थोड़ी अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। सर्वाधिक वृद्धि खुले वन श्रेणी में हुई है, जिसमें व्यावसायिक वृक्षारोपण (Commercial plantation) भी शामिल है। भारत में 77.53 मिलियन हेक्टेयर वन क्षेत्र है। किंतु अधिसूचित वन (Notified forest) (वन विभाग के अंतर्गत आने वाला क्षेत्र) केवल 51.66 मिलियन हैं।

GK फ़ैक्ट

  • राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना तहत नदियों के अधिक प्रदूषित क्षेत्रें की पहचान करके उनमें सीवेज उपचार संयंत्रें की स्थापना, कम लागत वाली स्वच्छता सुविधाओं की उपलब्धता, सामुदायिक भागीदारी तथा शिक्षा एवं जागरूकता जैसे संरक्षण उपायों की दिशा में प्रयास किए जाते हैं।