भारत-जर्मनी समझौता

6 अक्टूबर, 2022 को भारत के राष्ट्रीय केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड और जर्मनी की कंपनी मेसर्स के प्लस एस मिडिल ईस्ट एफजेडई डीएमसीसी के मध्य समझौताज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए।

उद्देश्यः कृषक समुदाय के लिए एमओपी की उपलब्धता में सुधार करना और विभिन्न ग्रेड के जटिल उर्वरकों के स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देना है।

महत्वपूर्ण तथ्य-

  • समझौता ज्ञापन के हिस्से के रूप में मेसर्स के प्लस एस 2022 से 2025 की अवधि के लिए भारत विशिष्ट रियायती मूल्य पर 1,05,000 मीट्रिक टन म्यूरेट ऑफ पोटाश (एमओपी) प्रतिवर्ष की आपूर्ति करेगा।
  • इस दीर्घकालिक समझौते से भारतीय किसान समुदाय को उचित मूल्य पर एमओपी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने में सहायता मिलेगी।