इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क
23 मई, 2022 को संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा टोक्यो में 'इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी' (Indo-Pacific Economic Framework for Prosperity: IPEF) लॉन्च किया गया। इसमें कुल 13 देश शामिल हैं।
लक्ष्य: हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में अनुकूलन, स्थिरता, समावेशिता, आर्थिक विकास, निष्पक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए फ्रेमवर्क में भाग लेने वाले देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: भारत ने IPEF के कुछ पहलुओं पर अपनी चिंताओं के बावजूद ब्लॉक में शामिल होने की घोषणा की।
- संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के अलावा अन्य 11 देश ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, इंडोनेशिया, जापान, कोरिया गणराज्य (दक्षिण कोरिया), मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम इसमें शामिल हैं।
- इस साझेदारी के चार स्तंभ हैं- व्यापार; आपूर्ति शृंखला लचीलापन; स्वच्छ ऊर्जा और डीकार्बोनाइजेशन (कार्बन-मुक्त) और अवसंरचना; कर और भ्रष्टाचार-रोधी।
अंतरराष्ट्रीय संबंध
- 1 वन लाइनर सामयिकी
- 2 कनाडा का 'ऑनलाइन समाचार अधिनियम'
- 3 इंडो-जर्मन ग्रीन हाइड्रोजन टास्क फोर्स
- 4 भारत के प्रधानमंत्री की डेनमार्क यात्रा
- 5 भारत के प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा
- 6 भारत के राष्ट्रपति की सेंट विंसेंट की राजकीय यात्रा
- 7 भारत के राष्ट्रपति की जमैका की राजकीय यात्रा
- 8 दूसरा भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन
- 9 भारत - यूएसए निवेश प्रोत्साहन समझौता
- 10 भारत - नेपाल संबंध
- 11 क्वाड लीडर्स टोक्यो समिट 2022