इस्पात क्षेत्र

15 नवंबर, 2021 को गुजरात के नर्मदा जिले के केवड़िया में ‘इस्पात उपयोग’ विषय पर इस्पात मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन किया गया।

महत्वपूर्ण तथ्यः इस्पात क्षेत्र भारत के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, क्योंकि यह निर्माण, अवसंरचना,इंजीनियरिंग और पैकेजिंग, ऑटोमोबाइल और रक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण इनपुट है।

  • इस्पात के क्षेत्र में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता बन गया है।
  • वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान देश में कुल परिष्कृत इस्पात की खपत 96.2 मिलियन टन थी और 2024-25 तक इसके लगभग 160 मिलियन टन (एमटी) और 2030-31 तक लगभग 250 मीट्रिक टन तक होने की संभावना है।

आर्थिक परिदृश्य