वी-डेम इंस्टीट्यूट लिबरल डेमोक्रेटिक इंडेक्स 2022

स्वीडन के गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय में वी-डेम संस्थान ने मार्च 2022 में अपनी वार्षिक लोकतंत्र रिपोर्ट प्रकाशित की।

महत्वपूर्ण तथ्य: इस रिपोर्ट का शीर्षक 'डेमोक्रेसी रिपोर्ट 2022: ऑटोक्रेटाइजेशन चेंजिंग नेचर?' (Democracy Report 2022: Autocratisation Changing Nature?) है।

  • रिपोर्ट लिबरल डेमोक्रेटिक इंडेक्स में स्कोर के आधार पर देशों को चार शासन प्रकारों में वर्गीकृत करती है- उदार लोकतंत्र, चुनावी लोकतंत्र, चुनावी निरंकुशता (Electoral Autocracy) और बंद निरंकुशता (Closed Autocracy)।
  • लिबरल डेमोक्रेटिक इंडेक्स लोकतंत्र के चुनावी और उदार दोनों पहलुओं पर आधारित है और इसमें लोकतंत्र का निम्नतम स्कोर 0 और उच्चतम स्कोर 1 है।
  • स्वीडन सूचकांक में सबसे ऊपर है। डेनमार्क, नॉर्वे, कोस्टा रिका और न्यूजीलैंड उदार लोकतंत्र रैंकिंग वाले शीर्ष पांच में देशों में शामिल हैं।
  • 2021 में रिकॉर्ड 6 तख्तापलट हुए, जिसके परिणामस्वरूप 4 नए निरंकुश शासन सामने आए- चाड, गिनी, माली और म्यांमार।
  • 32 देश निरंकुशता के दौर से गुजर रहे हैं, जबकि 15 देशों में लोकतंत्रीकरण की राह दिख रही है।

भारत की स्थिति: भारत को 179 देशों में से 93वें स्थान पर रखा गया है। यह भारत को 'चुनावी निरंकुशता' यानी इलेक्टोरल ऑटोक्रेसी के रूप में वर्गीकृत करता है।

  • दक्षिण एशिया में, भारत सूचकांक में श्रीलंका (88), नेपाल (71), और भूटान (65) से नीचे और पाकिस्तान (117) से ऊपर है।

इस माह के चर्चित संस्थान एवं संगठन

लीग ऑफ अरब स्टेट्स

  • विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने 23 मार्च, 2022 को संयुक्त राष्ट्र और लीग ऑफ अरब स्टेट्स (League of Arab States) के बीच सहयोग पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक को संबोधित किया।
  • 'अरब लीग' को औपचारिक रूप से लीग ऑफ अरब स्टेट्स (League of Arab States) के नाम से जाना जाता है। अरब लीग अरब वर्ल्ड का एक क्षेत्रीय संगठन है, जो उत्तरी अफ्रीका, पश्चिमी अफ्रीका, पूर्वी अफ्रीका और पश्चिमी एशिया में स्थित है। अरब लीग का गठन 22, मार्च 1945 को काहिरा में शुरू में छ: सदस्यों के साथ हुआ था- मिस्र, इराक, ट्रांसजॉर्डन (1949 में परिवर्तित नाम जॉर्डन), लेबनान, सऊदी अरब और सीरिया। वर्तमान में, लीग में 22 सदस्य हैं, लेकिन नवंबर 2011 से सीरिया की भागीदारी को निलंबित कर दिया गया है। लीग का मुख्य उद्देश्य "सदस्य देशों के बीच संबंधों को करीब लाना और उनके बीच सहयोग का समन्वय करना, उनकी स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा करना और सामान्य तरीके से अरब देशों के मामलों और हितों पर विचार करना है"। अरब लीग का प्रशासनिक केंद्र काहिरा, मिस्र में है।

अंतरराष्ट्रीय संबंध