पश्चिमी घाट में पारिस्थितिक-संवेदनशील क्षेत्र
हाल ही में, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा द्वारा पश्चिमी घाट के पारिस्थितिक-संवेदनशील क्षेत्र (Eco-Sensitive Areas - ESA) की सीमा को कम करने की मांग की गई है ताकि इन राज्यों द्वारा विकास कार्यों को इन क्षेत्रों में अनुमति प्रदान की जा सके।
- इन राज्यों ने पश्चिमी घाट के 56,825 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इन पारिस्थितिक-संवेदनशील क्षेत्र को युक्तिसंगत बनाने पर जोर दिया है। केंद्र सरकार ने पश्चिमी घाट की सुरक्षा के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु राज्यों में पारिस्थितिकी-संवेदनशील क्षेत्र (ESA) प्रस्तावित किए हैं।
- प्रायद्वीपीय भारत के पश्चिमी किनारे के साथ पश्चिमी घाट में लगभग 77% उभयचरों एवं ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 काजीरंगा टाइगर रिजर्व
- 2 विंटर फॉग एक्सपेरिमेंट (WiFEX)
- 3 विश्व जैव उत्पाद दिवस 2025
- 4 राइनो DNA इंडेक्स सिस्टम (RhoDIS) इंडिया प्रोग्राम
- 5 ध्रुवीय प्रतिचक्रवात (Polar Anticyclone)
- 6 ग्रीन क्लाइमेट फंड
- 7 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 8 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 9 रोल क्लाउड
- 10 सी-फ्लड: एकीकृत बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 वैश्विक नाइट्रस ऑक्साइड उत्सर्जन
- 2 स्थायी कार्बनिक प्रदूषक में कमी
- 3 वैश्विक पर्यावरण सुविधा (GEF) की 67वीं बैठक
- 4 बायेसियन कन्वोल्यूशनल न्यूरल नेटवर्क
- 5 बॉन में सम्मेलन का आयोजन
- 6 हीट डोम
- 7 हिंदू कुश हिमालय हिमपात अपडेट
- 8 भारत के प्रमुख जलाशयों में जल की कमी
- 9 स्ट्रिप्ड सीसिलियन : अंगहीन उभयचर की प्रजाति
- 10 नए रामसर स्थल: नागी और नकटी वेटलैंड्स
- 11 उच्च सागर जैव विविधता संधि