नागरिकता अधिनियम की धारा 6ए की वैधता बरकरार
17 अक्टूबर, 2024 को सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ ने 4:1 के बहुमत से दिए गए अपने एक ऐतिहासिक फैसले में नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 6ए की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखा।
- नागरिकता अधिनियम की धारा 6ए उन प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करती है, जो 1 जनवरी, 1966 को या उसके पश्चात् किन्तु 25 मार्च, 1971 से पूर्व (यानी 24 मार्च, 1971 तक) बांग्लादेश से असम में आकर बस गए थे।
- नागरिकता अधिनियम में धारा 6ए का प्रावधान असम समझौते की मुख्य विशेषता को प्रभावी बनाने के मकसद से 1985 में किया गया था।
- धारा 6ए का उद्देश्य असम में ....
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