भारत की खंडित औषधीय विनियामक प्रणाली: एकीकृत एवं उत्तरदायी ढांचे की अनिवार्यता

भारत विश्व की सबसे बड़ी जेनेरिक दवा उत्पादक अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। देश की फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री न केवल घरेलू ज़रूरतों को पूरा करती है, बल्कि अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के कई देशों को जीवनरक्षक दवाएँ निर्यात करती है। लेकिन हाल के वर्षों में देश की औषधि नियामक प्रणाली में खामियाँ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। यह कमजोरी अब एक त्रासदी के रूप में सामने आई है।

  • मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से 20 बच्चों की संदिग्ध किडनी फेलियर से मौतें इस कमी का ज्वलंत उदाहरण हैं। इन घटनाओं ने पूरे देश ....
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