गुटनिरपेक्ष आंदोलन और बहुध्रुवीयता की खोज सामूहिक कार्रवाई के माध्यम से प्रभुत्व का प्रतिरोध

गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) 20वीं शताब्दी के उस दौर की उपज है जब विश्व दो महाशक्तियों- अमेरिका और सोवियत संघ के बीच शीत युद्ध की राजनीति में बँटा हुआ था। भारत जैसे नवस्वतंत्र देशों ने NAM में शामिल होकर विश्व को यह संदेश दिया कि वे किसी भी शक्ति-गुट के अधीन नहीं होंगे। आज जब वैश्विक व्यवस्था एक बार फिर से नए ध्रुवों में बँट रही है, ऐसे में NAM को बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की दिशा में पुनर्परिभाषित करने की आवश्यकता है।

19वां NAM मध्यावधि मंत्रिस्तरीय सम्मेलन

  • भारत ने 15-16 अक्टूबर, 2025 को युगांडा के कंपाला में आयोजित गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) ....
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