PMLA के तहत लोक सेवकों पर मुकदमा चलाने के लिए पूर्व अनुमति आवश्यक
6 नवंबर, 2024 को सर्वोच्च न्यायालय ने “प्रवर्तन निदेशालय बनाम बिभु प्रसाद आचार्य” मामले में कहा कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 197(1), जिसके तहत लोक सेवकों पर मुकदमा चलाने के लिए सरकार की पूर्व मंजूरी की आवश्यकता होती है, धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत धन शोधन के मामलों पर भी लागू होती है।
- न्यायमूर्ति अभय ओका तथा न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों बिभु प्रसाद आचार्य और आदित्यनाथ दास के खिलाफ धन शोधन मामले को रद्द करने के तेलंगाना उच्च न्यायालय के फैसले को बरकरार रखा। पीठ ने कहा कि दोनों पूर्व ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ‘विकसित भारत स्ट्रैटेजी रूम’ का उद्घाटन
- 2 देश में रक्षा विनिर्माण के अवसरों पर सम्मेलन
- 3 8वें केंद्रीय वेतन आयोग के विचारार्थ विषयों को स्वीकृति
- 4 राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) की समीक्षा बैठक
- 5 असम सरकार लगाएगी बहुविवाह (Polygamy) पर प्रतिबंध
- 6 धर्म की स्वतंत्रता और निजता का अधिकार परस्पर अंतर्संबंधित
- 7 7 वर्ष के अनुभव वाले न्यायिक अधिकारी जिला न्यायाधीश पद हेतु पात्र
- 8 सिद्दी जनजातीय समुदाय
- 9 पुनर्वास शिक्षा में परिवर्तन हेतु सुधारों की घोषणा
- 10 बोडो समुदाय का बाथौ धर्म
- 1 फेक न्यूज़ पर अंकुश लगाने के तंत्र की समीक्षा
- 2 अंतर-राज्यीय परिषद का पुनर्गठन
- 3 74वें संविधान संशोधन के कार्यान्वयन पर निष्पादन लेखापरीक्षा रिपोर्ट
- 4 उ. प्र. मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम की संवैधानिक वैधता बरकरार
- 5 सभी निजी संपत्तियां 'समुदाय के भौतिक संसाधनों' का हिस्सा नहीं
- 6 अल्पसंख्यक संस्थान के दर्जे पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
- 7 यौन उत्पीड़न का मामला समझौते के आधार पर रद्द नहीं किया जा सकता
- 8 दिव्यांगजनों के लिए सुगम्यता एक मौलिक अधिकार: सुप्रीम कोर्ट
- 9 भारत में 'एडाप्टिव डिफेंस' की आवश्यकता

