कच्छ के 'कच्छ अजरख' को भौगोलिक संकेत
हाल ही में पेटेंट, डिजाइन एवं ट्रेडमार्क महानियंत्रक (CGPDTM) ने गुजरात के कच्छ क्षेत्र से सम्बद्ध 'कच्छ अजरख' को भौगोलिक संकेतक (GI) प्रमाण-पत्र प्रदान किया है।
- अजरख एक कपड़ा शिल्प है, जो गुजरात के सांस्कृतिक ताने-बाने से संबंधित है।इसका गुजरात के सिंध, बाड़मेर और कच्छ के क्षेत्रों में विशेष सांस्कृतिक महत्त्व है, जहां इसकी विरासत सहस्राब्दियों से फैली हुई है।
 - अजरख का नामकरण 'अजरक' से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ है नील (indigo)। इसमें पारंपरिक रूप से तीन रंग शामिल होते हैं: नीला जो आकाश को दर्शाता है, लाल जो भूमि और अग्नि को दर्शाता है एवं सफेद जो सितारों को दर्शाता ....
 
  क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
                            				तो सदस्यता ग्रहण करें 
                                      इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 शून्य मातृ मृत्यु दर का लक्ष्य प्राप्त करने वाला भारत का पहला केंद्र-शासित प्रदेश
 - 2 भारत का पहला बांस आधारित इथेनॉल संयंत्र
 - 3 भारत का पहला गिद्ध संरक्षण पोर्टल
 - 4 भारत का पहला पोर्ट-बेस्ड ग्रीन हाइड्रोजन पायलट प्रोजेक्ट
 - 5 तिरुमला में कृत्रिम मेधा (AI) संचालित तीर्थयात्री एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र
 - 6 राज्य में बनेगा स्पेस सिटी और रक्षा केंद्र
 - 7 हिमाचल प्रदेश “पूर्ण साक्षर राज्य” घोषित
 - 8 प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत धोरडो गुजरात का चौथा सौर गांव बना
 - 9 भारत का पहला मल्टी-लेन फ्री फ्लो टोलिंग सिस्टम
 - 10 गुरुग्राम में INS अरावली नामक नौसैनिक अड्डा
 
राज्य परिदृश्य
- 1 भोपाल में पहला सिटी म्यूज़ियम
 - 2 भारत का पहला खगोल पर्यटन अभियान 'नक्षत्र सभा'
 - 3 ‘पिरुल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन
 - 4 यूपी का पहला इको-फ्रेंडली एरोमा क्लस्टर
 - 5 बाल विवाह पर रोक हेतु राजस्थान HC का निर्देश
 - 6 छत्तीसगढ़ में पहली फ्लोटिंग सौर परियोजना
 - 7 स्कूल ऑन व्हील्स पहल
 - 8 सिक्किम में ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित यातायात प्रबंधन’
 

