कोच-राजबोंगशी समुदाय: नागरिकता विवाद
हाल ही में असम मंत्रिमंडल ने कोच-राजबोंगशी (Koch-Rajbongshi) समुदाय के खिलाफ विभिन्न विदेशी न्यायाधिकरणों (Foreigners Tribunals - FTs) में दर्ज लगभग 28,000 मामलों को वापस लेने का निर्णय लिया।
- इसके साथ ही अब इस समुदाय के लोगों पर ‘डी-वोटर’ (doubtful voter) का टैग नहीं रहेगा।
- यह निर्णय लंबे समय से नागरिकता की अनिश्चितता का सामना कर रहे इस समुदाय के लिए एक राहतभरा कदम है।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि
- कोच-राजबोंगशी मूलतः कोच राजवंश का हिस्सा थे, जिसने 16वीं शताब्दी में महाराजा नरनारायण और उनके सेनापति चिलाराय के अधीन कामतापुर साम्राज्य पर शासन किया था।
- यह साम्राज्य वर्तमान असम, पश्चिम बंगाल, नेपाल, बांग्लादेश ....
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