भौगोलिक संकेतक (GI) टैग की अद्यतन सूची
हाल ही में, सरकार द्वारा ऐसे उत्पादों के नाम घोषित किए गए हैं, जिन्हें भौगोलिक संकेत (GI) टैग प्रदान किया गया है।
- भौगोलिक संकेत (GI) टैग उन उत्पादों के लिए उपयोग किए जाने वाले संकेत हैं, जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है और जिनमें उस मूल स्थान के कारण विशिष्ट गुण, प्रतिष्ठा या विशेषताएं होती हैं।
- GI टैग ऐसे बौद्धिक संपदा अधिकारों के रूप में कार्य करते हैं, जो किसी उत्पाद के अद्वितीय भौगोलिक स्रोत की पहचान करते हैं, कानूनी सुरक्षा प्रदान करते हैं और अनधिकृत उपयोग को रोकते हैं।
- औद्योगिक संपत्ति के संरक्षण के लिए ‘पेरिस कन्वेंशन’ और बौद्धिक संपदा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 छत्तीसगढ़ से कोस्टा रिका को फोर्टिफाइड चावल कर्नेल का प्रथम निर्यात
- 2 राष्ट्रीय रूपरेखा “डिजी बंदर” का शुभारंभ
- 3 इंडिया मैरीटाइम वीक 2025
- 4 राष्ट्रीय बीज निगम के अत्याधुनिक बीज प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन
- 5 सिंटर्ड रेयर अर्थ परमानेंट मैग्नेट के विनिर्माण को बढ़ावा देने की योजना
- 6 4 महत्त्वपूर्ण खनिजों की रॉयल्टी दरों का युक्तिकरण
- 7 राष्ट्रीय शहरी कॉन्क्लेव 2025
- 8 वाटरशेड महोत्सव: जल पुनरुद्धार हेतु राष्ट्रीय पहल
- 9 आधार विज़न 2032 : UIDAI की नई रूपरेखा
- 10 शहरी सहकारी ऋण क्षेत्र का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
- 1 ओम्निबस एसआरओ फ्रेमवर्क: भारतीय रिजर्व बैंक
- 2 T+0 सेटलमेंट के बीटा संस्करण हेतु मंजूरी
- 3 गैर-सरकारी संगठनों के लिए FCRA पंजीकरण का विस्तार
- 4 जीएसटी की जांच हेतु नए दिशा-निर्देश
- 5 वैकल्पिक निवेश कोष के संदर्भ में आरबीआई के नए दिशा-निर्देश
- 6 तेल रहित चावल की भूसी के निर्यात प्रतिबंध में बढ़ोत्तरी
- 7 उपभोक्ता अधिाकारों की रक्षा के लिए पहल

