भारत के नए विश्व विरासत स्थल
हाल ही में शांतिनिकेतन (पश्चिम बंगाल) तथा होयसल के पवित्र स्मारकों के समूह (Sacred Ensembles of Hoysalas) को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया है।
शांतिनिकेतन
- इसको यूनेस्को द्वारा भारत के 41वें विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई है। यह पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित है, जो ऐतिहासिक महत्व का एक प्रसिद्ध सांस्कृतिक और विरासत स्थल है।
- यह महर्षि देवेंद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित किया गया था। इसे विश्वविद्यालय शहर के रूप में भी जाना जाता है।
- सांस्कृतिक महत्वः शांतिनिकेतन की स्थापना ब्रह्मचर्य आश्रम मॉडल के आधार पर एक विद्यालय के रूप में की गई ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 महान सामाजिक-राजनीतिक सुधारक : डॉ. भीमराव अम्बेडकर
- 2 छत्रपति शिवाजी महाराज की 345वीं पुण्यतिथि
- 3 बोधगया मंदिर अधिनियम (BTA) विवाद
- 4 यूनेस्को में भारतीय धरोहर की गौरवपूर्ण उपस्थिति
- 5 बोहाग बिहू उत्सव
- 6 कन्नडिप्पया जनजातीय शिल्प को GI टैग
- 7 ढोकरा कला: एक प्राचीन और जीवंत परंपरा
- 8 देवराय प्रथम के दुर्लभ ताम्रपत्रों का अनावरण
- 9 माता कर्मा की 1009वीं जयंती पर डाक टिकट जारी
- 10 लाला हरदयाल: क्रांतिकारी विचारक और स्वतंत्रता सेनानी