भारत की पाण्डुलिपि धरोहर प्राचीन ज्ञान का अमूल्य भंडार - संपादकीय डेस्क
भारत की पाण्डुलिपियां (Manuscripts) केवल ऐतिहासिक अवशेष नहीं हैं, वे विज्ञान, दर्शन, कला और आस्था के जीवित दस्तावेज़ हैं। वैदिक स्तुतियों से लेकर मध्यकालीन ग्रंथों तक, ये सहस्राब्दियों की जिज्ञासा और कल्पना का प्रतीक हैं। फिर भी, नाजुक संरचना, उपेक्षा और समय, इस अमूल्य ज्ञान-संग्रह की स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती बन रहे हैं। ज्ञान भारतम पोर्टल का शुभारंभ इस धरोहर को पुनः प्राप्त करने और संरक्षित करने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
12 सितंबर, 2025 को प्रधानमंत्री ने ज्ञान भारतम पोर्टल का शुभारंभ किया। एक ऐसा डिजिटल प्लैटफॉर्म है, जो भारत की पाण्डुलिपि धरोहर के संरक्षण, डिजिटलीकरण और सुलभता के ....
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