ब्लू इकॉनमी व सतत समुद्री प्रगति भारत का दृष्टिकोण एवं रणनीति - आलोक सिंह

सतत समुद्री विकास के उत्प्रेरक के रूप में ब्लू इकॉनमी का दोहन करने की भारत की दृष्टि ‘समुद्री अमृत काल विजन 2047’ में निहित है। यह रोडमैप भारत को एक ओर समुद्री महाशक्ति तथा दूसरी ओर महासागरों के उत्तरदायी संरक्षक के रूप में स्थापित करने पर बल देता है। इसकी प्राथमिकताओं में शासन ढाँचों को सुदृढ़ करना, अनुसंधान और नवाचार को आगे बढ़ाना, तटीय समुदायों को सशक्त बनाना तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोग को गहरा करना शामिल है। आर्थिक प्रगति और पारिस्थितिकीय स्थिरता के बीच सामंजस्य स्थापित कर, ब्लू इकॉनमी ‘विकसित भारत 2047’ की आधारशिला बनने जा रही है, जो समृद्धि और ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री