रुपये के अंतरराष्ट्रीयकरण हेतु नए उपायों की घोषणा

1 अक्टूबर, 2025 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रुपये की वैश्विक भूमिका को सुदृढ़ करने, अंतरराष्ट्रीय निपटानों में इसके उपयोग को बढ़ावा देने और अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।

  • RBI गवर्नरसंजय मल्होत्रा ने रुपये के अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में प्रगति को रेखांकित करते हुए तीन प्रमुख उपाय पेश किए:
    1. भारतीय रुपये में सीमा-पार ऋण (Cross-Border Lending in INR)
      • अब अधिकृत डीलर (AD) बैंक भूटान, नेपाल और श्रीलंका के गैर-निवासियों को भारतीय रुपये में ऋण दे सकेंगे।
      • यह रुपये के अंतरराष्ट्रीय उपयोग को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
    2. पारदर्शी संदर्भ दरें (Transparent Reference Rates)
      • RBI भारत के प्रमुख ....
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