UPPCS Mains Questions for Public Administration (Second Paper)1996


{निर्धारित समय : तीन घण्टे} {पूर्णांक : 250}

निर्देषः-

1. प्रश्न 1 तथा 6 अनिवार्य हैं। बाकी प्रश्नों में से तीन प्रश्न कीजिये जिनमें से प्रत्येक खण्ड से कम से कम एक प्रश्न अवश्य हो।


2. प्रत्येक प्रश्न के अंक उसके अन्त में दिये गये हैं।

खण्ड-अ(Section-A)

  1. निम्नलिखित में से किन्हीं दो पर टिप्पणियाँ लिखें, जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक की नहीं हों :
    (अ) ‘‘लोक-सेवाओं में राजनीतिक निष्पक्षता बनाये रखना लोकहित की मांग है।’’
    (ब) ‘‘भारतीय संविधान की भूमिका में उल्लिखित आदर्श प्रशासन को उपलब्ध करना है।’’ यह कहां तक सत्य है।
    (स) ‘‘अर्थशास्त्र में हमारा जितना ध्यान प्रशासन के यन्त्रों के वर्णन की ओर जाता है उतना सिद्धान्तों की ओर नहीं जाता।’’ उदाहरण देकर समझाएं।
    Comment on any two of the following in not more than 300 words each :
    (a) “Public interest demands the maintenance of political impartiality in the Civil Service.”
    (b) “The preamble to be achieved by the administration.” How far it is true?
    (c) “The principles in Arthashastra do not command as much of our attention as the delineation of the machinery of administration in it.” Explain with examples.
  2. भारतीय प्रशासन की ब्रिटिश शासन की देन का परीक्षण कीजिए।
    Examine the legacy of British Rule to Indian Administration.
  3. भारत के राष्ट्रपति की भूमिका, शक्तियां तथा संवैधानिक स्थिति का वर्णन कीजिये।
    Describe the Role, Powers and Constitutional status of the President of India.
  4. नीति निर्माण एवं उच्चस्तरीय प्रशासनिक समन्वय में भारत सरकार के मन्त्रिमण्डल सचिवालय की भूमिका की विवेचना कीजिए।
    Discuss the Role of Cabinet Secretariat of the Government of India in the policy - formulation and level administrative coordination.
  5. भारतीय संघवाद के प्रचालन में अखिल भारतीय सेवाओं की भूमिका का परीक्षण कीजिये।
    Examine the Role of All India Services is the working of Indian Federalism.
  6. खण्ड-ब (Section-B)

  7. निम्नलिखित में से किन्हीं दो पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिये, जिनमें से प्रत्येक 200 शब्दों से अधिक की न हो :
    (अ) भारत में केन्द्र-राज्य सम्बन्धों पर आर्थिक नियोजन का प्रभाव।
    (ब) विकास प्रशासन के सन्दर्भ में क्या जिलाधीश का पद प्रासंगिक है।
    (स) भारत में लोक निगमों की मुख्य प्रशासकीय समस्याएं।
    Comment any two of the following in not more than 250 words each :
    (a) The impact of economic planning on the Union-State relations in India.
    (b) Is Coolector's office relevant in the context of development administration.
    (c) The main administrative problems of the Public Corporations in India.
  8. भारत में राष्ट्रीय वित्त पर संसदीय नियन्त्रण की प्रकृति का परीक्षण कीजिये।
    Examine the nature of Parliamentary control over National Finances in India.
  9. संविधान में दिये गये आदेशानुसार लोक सेवाओं में आरक्षण-नीति ‘सामाजिक न्याय’ को प्रोत्साहित करने में सहायक नहीं है। विवेचना कीजिए और उदाहरण कीजिए।
    Reservation policy in Public Services as a mandate from the Constitution has been conducive to the pormotion of ‘Social Justice.’ Discuss and illustrate.
  10. प्रशासन में जनसहभागिता एक लोकतान्त्रिक शब्दाडम्बर मात्र है, जिसे जब व्यवहार में बदला जाता है तब वह नागरिकों की शिकायतों का निराकरण बन जाती-सी प्रतीत होती है। विवेचना कीजिए।
    Peoples participation, which when translated in to action tenders to become more redressal citizen's grievances. Discuss.
  11. भारतीय प्रशासन में सामान्यज्ञ व विशेषज्ञ के बीच के वर्तमान सभ्यताओं की व्याख्या कीजिये। इन दोनों के मध्य मधुरता लाने हेतु सुझाव दीजिये।
    Examine the relationship between Generalist and Specialist in Indian administration. Give suggestions for promoting harmony between the two.