बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र ‘अग्नि-5’

अग्नि-5 के जनवरी, जून एवं दिसम्बर, 2018 में तीन बार सफल परीक्षण किये गए। इस प्रक्षेपास्त्र के अब तक कुल सात फ्रलाइट परीक्षण किये गए हैं एवं अब तक सभी अभियान सफल रहे हैं। भारत में निर्मित जमीन से जमीन तक मार कर सकने वाला यह मिसाइल पांच हजार किलोमीटर के रेंज तक किसी लक्ष्य को भेद सकता है।

  • अग्नि-5 इस सिरीज की सबसे आधुनिक मिसाइल है, क्योंकि नेविगेशन, गाइडेंस, वॉरहेड और इंजन आदि स्तर पर यह पूर्ववर्ती अग्नि मिसाइलों से बेहतर है।
  • अग्नि सीरीज मिसाइलों में अग्नि-1 700 किलोमीटर, अग्नि-2 दो हजार किलोमीटर, अग्नि 3 और 4 ढाई हजार से 3.5 हजार किलोमीटर तक मार करने की क्षमता रखती है।
  • अग्नि-5 के परीक्षण के बाद भारत अमरीका, ब्रिटेन, रूस, चीन और फ्रांस जैसे देशों के श्रेणी में शामिल हो गया है, क्योंकि ये सभी वे देश हैं, जो एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक मार करने वाली बैलेस्टिक मिसाइलें रखते हैं।
  • इस मिसाइल परीक्षण को भारत के स्ट्रैटेजिक फोर्स कमांड (Strategic Forces Command, SFC) में अग्नि-5 को शामिल करने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
  • साल 2003 में भारत ने रणनीतिक परमाणु हथियारों (Strategic Nuclear Weapons) के प्रबंधन के लिए एसएफसी का गठन किया गया था।
  • पृथ्वी और धनुष जैसी कम दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों के अलावा एसएफसी में अग्नि-1, अग्नि-2 और अग्नि-3 मिसाइल पहले से शामिल हैं।