‘अग्नि-5 मिसाइल’ का सफ़ल परीक्षण

15 दिसंबर, 2022 को भारत ने ओडिशा तट के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से अग्नि-5 परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।

उद्देश्यः मिसाइल बनाने में इस्तेमाल की गई नई तकनीकों और उपकरणों की जांच करने के लिए यह परीक्षण किया गया।

महत्वपूर्ण तथ्य-

  • अब यह मिसाइल रात में भी हमला कर सकती है। परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम यह मिसाइल 5,000 किमी से ज्यादा की रेंज में दुश्मनों को ढेर कर सकती है।
  • यह मिसाइल चीन-पाकिस्तान समेत यूरोप और अफ्रीकी देशों को अपनी जद में लेने में सक्षम है।
  • अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल अपने पिछले प्रारूपों की तुलना में कम वजनी है। इस मिसाइल में नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
  • इसका वजन करीब 50 हजार किग्रा है। मिसाइल 1.75 मीटर लंबी है। इसका व्यास 2 मीटर है। यह अपने साथ 1.5 टन वारहेड ले जाने में समर्थ है।
  • यह मिसाइल भारत की सतह से सतह पर मार करने वाली सबसे घातक मिसाइल है। इसे डीआरडीओ और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है।

अग्नि 5 मिसाइल

  • अग्नि-5 एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (आईजीएमडीपी) के तहत विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली उन्नत बैलिस्टिक मिसाइल है।
  • यह ‘दागो और भूल जाओ’ मिसाइल है, जिसे इंटरसेप्टर मिसाइल के बिना रोका नहीं जा सकता है।
  • इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम (IGMDP) डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के दिमाग की उपज है, जिसका उद्देश्य मिसाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाना है।

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी