अकाउंट एग्रीगेटर नेटवर्क

2 सितंबर, 2021 को भारतीय स्टेट बैंक सहित भारत के आठ प्रमुख बैंक अकाउंट एग्रीगेटर (Account Aggregator) नेटवर्क में शामिल हो गए, जिससे ग्राहक आसानी से अपने वित्तीय डेटा को एक्सेस करने और साझा करने में सक्षम हो सकेंगे।

महत्वपूर्ण तथ्यः यह फ्रेमवर्क 2016 से चर्चा में है और कुछ समय से परीक्षण के चरण में है। यह अब सभी ग्राहकों के लिए खुला रहेगा।

  • भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, एक अकाउंट एग्रीगेटर एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी है, जो एक अनुबंध के तहत, अपने ग्राहक से संबंधित वित्तीय जानकारी को सुरक्षित और डिजिटल रूप में अकाउंट एग्रीगेटर में शामिल किसी अन्य विनियमित वित्तीय संस्थान के साथ साझा करने में मदद करती है।
  • ग्राहक की सहमति के बिना डेटा को साझा नहीं किया जा सकता है। डेटा साझा करने के लिए सहमति के समय प्राप्तकर्ता संस्थान द्वारा उपयोग की समयावधि उपभोक्ता को बतायी जाएगी।
  • अकाउंट एग्रीगेटर डेटा देख नहीं सकते हैं; अकाउंट एग्रीगेटर डेटा को कूटभाषा (Encryption) द्वारा साझा करता है और केवल प्राप्तकर्ता द्वारा इसे समझा (Decrypt) जा सकता है।
  • यह व्यक्तियों को लंबी बैंक कतारों में प्रतीक्षा करने, इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल का उपयोग करने, पासवर्ड साझा करने या वित्तीय दस्तावेजों तक पहुंच हासिल करने और इन्हें साझा करने के लिए नोटरी से हस्ताक्षर करवाने या मुहर लगाने की आवश्यकता को कम करता है।

जीके फ़ैक्ट

  • अकाउंट एग्रीगेटर के लिए लाइसेंस आरबीआई द्वारा जारी किया जाता है, और वित्तीय क्षेत्र में कई अकाउंट एग्रीगेटर होंगे।

आर्थिक परिदृश्य