कैसर-ए-हिंद अरुणाचल की राज्य तितली

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल ने 13 नवंबर, 2021 को ‘कैसर-ए-हिंद’ (Kaiser-i-Hind) को राज्य तितली के रूप में मंजूरी प्रदान की।

उद्देश्यः राज्य में तितली पर्यटन को बढ़ावा देने और प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाना।

  • कैसर-ए-हिंद विशाल और चमकीले रंग की तितली है। कैसर-ए-हिंद का वैज्ञानिक नाम ‘तेइनोपालपस इम्पीरियलिस’ (Teinopalpus imperialis) है तथा इसका शाब्दिक अर्थ है ‘भारत का सम्राट’।
  • 90-120 मिमी पंखों वाली यह तितली पूर्वी हिमालय के साथ छः राज्यों में जंगली इलाकों में 6,000-10,000 फीट की ऊंचाई पर पाई जाती है।
  • यह तितली नेपाल, भूटान, म्यांमार, लाओस, वियतनाम और दक्षिणी चीन में भी पाई जाती है।

संरक्षण की स्थितिः आईयूसीएन रेड लिस्ट में ‘खतरे के निकट’ (Near Threatened) तथा CITES अभिसमय के परिशिष्ट II में शामिल है।

  • हालांकि कैसर-ए-हिंद ‘वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972’ की अनुसूची II के तहत संरक्षित है, लेकिन तितली संग्राहकों को आपूर्ति के लिए इसका शिकार किया जाता है।

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