वर्ल्ड ड्रग्स रिपोर्ट-2022

हाल ही में नशीली दवाओं और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (United Nation's office on Drugs and Crime-UNODC) द्वारा वर्ल्ड ड्रग्स रिपोर्ट-2022 जारी की गई। रिपोर्ट में कैनेबिस (भांग) के वैधीकरण के साथ-साथ अवैध दवाओं के पर्यावरणीय प्रभावों तथा युवा एवं महिलाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर किया गया है।

रिपोर्ट के प्रमुख बिंदुः वर्ष 2020 में वैश्विक स्तर पर 15-64 वर्ष की आयु के लगभग 284 मिलियन लोगों ने नशीली दवाओं का इस्तेमाल किया, जो पिछले दशक की तुलना में 26% अधिक है।

  • कोविड-19 महामारी के बावजूद वर्ष 2020 में रिकॉर्ड स्तर पर कोकीन का उत्पादन किया गया। इस वर्ष यह उत्पादन वर्ष 2019 के उत्पादन से 11% बढ़कर 1,982 टन हो गया।
  • अफगानिस्तान में अफीम के उत्पादन में वृद्धि होने से वर्ष 2020 एवं 2021 के मध्य इसके वैश्विक उत्पादन में 7% की बढ़ोतरी (कुल उत्पादन 7,930 टन) दर्ज की गई।
  • वैश्विक स्तर पर नशीली दवाओं के उपयोगकर्ताओं में महिलाओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
  • महिलाएं कोकीन के उत्पादन, ड्रग्स के परिवहन तथा उपभोक्ताओं को बिक्री जैसे कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग ले रही हैं।
  • रिपोर्ट में बताया गया है कि, लोगों के बीच ड्रग्स की भयावहता और इससे जुड़े नुकसान के संदर्भ में प्रचलित गलत धारणाएं लोगों को देखभाल एवं उपचार से वंचित कर रही हैं। इससे युवा प्रतिकूल व्यवहार की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
  • भारत अफीम के उपयोगकर्त्ताओं के मामले में विश्व का सबसे बड़ा बाजार बन कर उभरा है। भारत में वर्ष 2020 में अफीम की 5.2 तथा मार्फिन की 0.7 टन मात्रा जब्त की गई थी।
  • इसी प्रकार, वर्ष 2020 में भारत में लगभग 3.8 टन हेरोइन जब्त की गई, जो दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी मात्रा है।

GK फ़ैक्ट

  • 7 दिसंबर, 1987 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था।
  • वर्ष 2022 के ड्रग दिवस की थीम ‘स्वास्थ्य और मानवीय संकटों में नशीली दवाओं की चुनौतियों का समाधान करना’ (Addressing drug challenges to health and humanitarian crises) है।