राष्ट्रीय समुद्री विरासत संग्रहालय
जून, 2019 को भारत सरकार ने घोषणा की कि वह गुजरात के लोथल में प्राचीन हड़प्पा सभ्यता के पास समुद्री संग्रहालय स्थापित करने के लिए पुर्तगाल के साथ समझौता किया है। उल्लेखनीय है कि लोथल (शाब्दिक अर्थ मृतकों का टीला) सिंधु घाटी सभ्यता (हड़प्पा सभ्यता) के बंदरगाह शहरों में से एक था।
उद्देश्य
- यह भारत की समृद्ध और विविध समुद्री विरासत को प्रदर्शित और संरक्षित करेगा।
- यह भारत द्वारा विकसित प्राचीन जहाज निर्माण और नौवहन प्रौद्योगिकियों को उजागर करना चाहता है।
मुख्य तथ्य
- पृष्ठभूमिः मार्च 2019 में भारत सरकार ने समुद्री संग्रहालय के निर्माण के लिए अनुदान आवंटित किया और ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 महान सामाजिक-राजनीतिक सुधारक : डॉ. भीमराव अम्बेडकर
- 2 छत्रपति शिवाजी महाराज की 345वीं पुण्यतिथि
- 3 बोधगया मंदिर अधिनियम (BTA) विवाद
- 4 यूनेस्को में भारतीय धरोहर की गौरवपूर्ण उपस्थिति
- 5 बोहाग बिहू उत्सव
- 6 कन्नडिप्पया जनजातीय शिल्प को GI टैग
- 7 ढोकरा कला: एक प्राचीन और जीवंत परंपरा
- 8 देवराय प्रथम के दुर्लभ ताम्रपत्रों का अनावरण
- 9 माता कर्मा की 1009वीं जयंती पर डाक टिकट जारी
- 10 लाला हरदयाल: क्रांतिकारी विचारक और स्वतंत्रता सेनानी