ईरान परमाणु समझौता शांति सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हुए समझौते ‘संयुक्त समग्र कार्ययोजना’ (Joint Comprehensive Plan of Action-JCPOA) के भविष्य पर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार मौजूदा चुनौतियों के बावजूद ईरान के परमाणु कार्यक्रम को शान्तिपूर्ण बनाए रखने के लिए यह समझौता ही सर्वश्रेष्ठ मार्ग है।
साझा व्यापक कार्ययोजना
- वर्ष 2015 में ईरान ने परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर सुरक्षा परिषद के पाँच स्थाई सदस्यों- अमेरिका, ब्रिटेन, फ़्राँस, रूस, चीन और जर्मनी (P5+1 देश) के साथ एक समझौते पर सहमति जताई थी।
- इस समझौते में ईरान के लिये यूरेनियम भंडारण की अधिकतम सीमा तय कर ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 आतंकवाद वित्तपोषण के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र अभिसमय से जुड़ा ईरान
- 2 नया रणनीतिक ईयू–भारत एजेंडा
- 3 सेविला ऋण फोरम का शुभारंभ
- 4 नाटो के ईंधन पाइपलाइन नेटवर्क से जुड़ेगा पोलैंड
- 5 गज़ा में संघर्षविराम हेतु गज़ा घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर
- 6 भारत COP10 ब्यूरो का उपाध्यक्ष पुनः निर्वाचित
- 7 अरावली सम्मेलन 2025
- 8 स्प्रैटली द्वीपसमूह
- 9 कोरल ट्राएंगल
- 10 अधिक वज़न और मोटापे का वैश्विक परिदृश्य
- 1 गलवान घाटी गतिरोध तथा भारत-चीन के मध्य बढ़ता तनाव
- 2 भारत नेपाल के मध्य बढ़ता तनाव
- 3 चीन को प्रतिसंतुलित करने हेतु सार्क को पुनर्जीवित करना आवश्यक
- 4 भारत और भूटान के मध्य पर्यावरण समझौता
- 5 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए वैश्विक साझेदारी
- 6 संयुक्त राष्ट्र ग्लोबल कॉम्पैक्ट लीडर्स समिट
- 7 विश्व बाल श्रम निषेध दिवस
- 8 अमेरिका द्वारा H1B वीज़ा पर प्रतिबंध
- 9 चीन द्वारा दक्षिण कोरिया में थाड रक्षा प्रणाली का विरोध
- 10 आसियान देशों की दक्षिण चीन सागर पर तनाव संबंधी चेतावनी

