सस्ते जैव ईंधन के लिए एंजाइम प्रौद्योगिकी
1 अक्टूबर, 2019 को नई दिल्ली में स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एंड बायोटेक्नोलॉजी (International Centre for Genetic Engineering and Biotechnology - ICGEB) के वैज्ञानिकों ने कृषि अपशिष्ट से जैव ईंधन के उत्पादन को बढ़ाने वाले एंजाइम (enzymes) के लिए अमेरिकी पेटेंट एवं ट्रेडमार्क कार्यालय से पेटेंट प्राप्त किया।
जैव ईंधन क्या है?
- जैव-ईंधन का उत्पादन अक्षय स्रोत वाले संसाधनों से होता है। जैव-ईंधन का उपयोग परिवहन, उद्योगों या घरों में किया जा सकता है। इसके अलावा इसका प्रयोग डीजल, पेट्रोल या अन्य जीवाश्म ईंधन के स्थान पर किया जा सकता है।
जैव ईंधन के उत्पादन को ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 देश का पहला केंद्रीय ऊतक बैंक
- 2 भारत का पहला रक्षा निर्माण संयंत्र
- 3 कोआला वैक्सीन
- 4 मंगल ग्रह पर संभावित बायोसिग्नेचर की खोज
- 5 व्योममित्र
- 6 साउंड डिटेक्शन एंड रेंजिंग (SODAR) सिस्टम केंद्र
- 7 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण रक्षा उपकरण
- 8 अर्जुन 2025 PN7 क्वासी-मून
- 9 रेल आधारित मोबाइल लांचर प्रणाली से अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफ़ल प्रक्षेपण
- 10 इंटरस्टेलर डस्ट ग्रेन

- 1 एचआईवी प्रसार दर के मामले में मिजोरम शीर्ष राज्य
- 2 विश्व की पहली कस्टमाइज दवा
- 3 ऑक्सीजन के स्तर से कोशिका का चय-अपचय प्रभावित
- 4 दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया के लिए विशिष्ट दवा की खोज
- 5 रिचार्जेबल बैट्री की तकनीक में सुधार
- 6 कृत्रिम रूप से विशिष्ट सुरक्षा स्याही का निर्माण
- 7 ब्रह्मांड के रहस्य की खोज
- 8 पंडित जसराज के नाम पर क्षुद्रग्रह 300128 का नामकरण
- 9 सर्वाधिक चंद्रमा वाला ग्रहः शनि
- 10 चंद्रमा पर आवेशित कणों की खोज
- 11 आईएनएस खंडेरी द्वितीय, आईएनएस नीलगिरि तथा ड्राइडॉक नौसेना में शामिल
- 12 विश्व का पहला अंतरिक्ष अपराध
- 13 लोटस-एचआर परियोजना का दूसरा चरण शुरू