भारत-जापानः 13वीं शिखर बैठक
- भारत-जापान के बीच मैत्री का एक लंबा इतिहास रहा है जो आध्यात्मिक सोच में समानता तथा मजबूत सांस्कृतिक एवं सभ्यतागत संबंधों पर आधारित है। दोनों आधुनिक देशों ने पुराने संबंध की सकारात्मक विरासत को जारी रखा है जो लोकतंत्र, व्यत्तिफ़गत आजादी तथा कानून के शासन में विश्वास के साझे मूल्यों से सुदृढ़ हुआ है। दोनों देशों ने वर्षों से इन मूल्यों को सुदृढ़ किया है तथा सैद्धांतिक व व्यवहारिक दोनों आधारों पर एक मजबूत साझेदारी का निर्माण किया है।
- भारत-जापान संबंधों की इसी विरासत को जारी रखते हुए 27-29 अक्टूबर, 2018 के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान यात्र पर ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 प्रधानमंत्री की सऊदी अरब की राजकीय यात्रा
- 2 भारतीय राष्ट्रपति की पुर्तगाल एवं स्लोवाकिया की यात्रा
- 3 प्रधानमंत्री की श्रीलंका की राजकीय यात्रा
- 4 भारत-थाईलैंड रणनीतिक साझेदारी की घोषणा
- 5 चिली के राष्ट्रपति की भारत यात्रा
- 6 भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ
- 7 भारत ने बांग्लादेश के लिए ट्रांसशिपमेंट सुविधा समाप्त की
- 8 जैविक हथियार अभिसमय की 50वीं वर्षगांठ
- 9 15वां ब्रिक्स कृषि सम्मेलन
- 10 चीन द्वारा दुर्लभ मृदा तत्वों (REEs) के निर्यात पर प्रतिबंध