भारत की सबसे बड़ी दुर्लभ आदमकद प्लास्टर मूर्ति की खोज
भारतीय पुरातत्वविदों को हाल ही में तेलंगाना के सूर्यापेट जिले के फणीगिरी में स्थित पौराणिक बौद्ध स्थल की खुदाई के दौरान एक दुर्लभ आदमकद प्लास्टर मूर्ति मिली है।
प्लास्टर मूर्ति की मुख्य विशेषताएं
- अब तक यह भारत में पाई जाने वाली सबसे बड़ी मूर्ति है। इसकी ऊंचाई लगभग 1.73 मीटर और चौड़ाई 35 सेमी है।
- इतिहासकारों का मानना है कि यह मूर्ति जातक चक्र के किसी बोधिसत्व की है। इसे लगभग 1,700 साल पहले फणीगिरि के शिल्पकारों ने इक्ष्वाकु वंश के शासन के दौरान बनाया था।
- बोधिसत्वः बौद्ध धर्म में वह कोई भी व्यत्तिफ़ है, जिसने बोधिचित्त (या आत्मज्ञान) प्राप्त कर लिया ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 कर्मा उत्सव
- 2 बथुकम्मा उत्सव
- 3 उन्मेषः अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव
- 4 नुआखाई महोत्सव 2025
- 5 राष्ट्रीय अभिलेखपाल समिति की 50वीं स्वर्ण जयंती बैठक
- 6 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष
- 7 पूम्पुहार (कावेरीपट्टनम)
- 8 दादाभाई नौरोजी: आर्थिक राष्ट्रवाद के जनक
- 9 बुद्ध के पवित्र अवशेषों की रूस में ”प्रथम प्रदर्शनी“
- 10 त्रिपुर सुंदरी मंदिर

